खेलो इंडिया एक पहल खेल की ओर
जिला स्तरीय युवा संसद हेतु खेलो इंडिया पर मेरा अभिमत। (28 जनवरी गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार)
जैसे की हम सभी जानते है हमारा देश कुछ खेलो में अन्य देशों की तुलना में बहुत पीछे है। अगर ग्रामीणों की बात करे तो बहुत ही कम खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच पाते है जितने भी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे उन्होंने इतिहास रच दिया चाहे वह पीटी ऊषा हो या मेरीकॉम।
कुछ यही हाल शहरी क्षेत्र के खिलाड़ियों का है यहां से भी कम खिलाड़ी उभर कर आ रहे हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण है उनको मिलने वाली सुविधाओं का अभाव(चाहे खेल मैदान हो या अच्छे ट्रेनिग कोच) एक और प्रमुख कारण परिवार की आर्थिक स्थिति भी है। इन सब कारणों से देश में खेल को लेकर खिलाड़ियों कि स्थिति खराब होती जा रही थी।
ओलंपिक 2024 को ध्यान में रखते हुए युवा कल्याण और खेल मंत्रालय द्वारा 2017 में खेलो इंडिया नामक कार्यक्रम लाया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य गाव से लेकर शहर तक और गली से लेकर सड़क तक के प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें राष्ट्र के हेतु खेलने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के द्वारा भारत सरकार अगले 5 वर्ष तक प्रतिवर्ष 1000 खिलाड़ियों का चयन करेगी और उन्हें उनकी जरूरतों को पूरा करने हेतु लगभग 5 लाख/वर्ष अगले 8वर्ष तक आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करेगी ।
खेलो इंडिया का पहला चरण 31 जनवरी 2018 को दिल्ली में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा खेलो इंडिया स्कूल गेम्स जिसमें 17 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने 16 प्रकार के खेलो में प्रतिभाग किया।
सितम्बर 2018 में भारतीय ओलंपिक संघ इस योजना में शामिल हुआ जिसके बाद इसका नाम संशोधित कर खेलो इंडिया यूथ गेम्स किया गया और 21 वर्ष आयु वर्ग और 2 अन्य खेल को भी शामिल किया गया जिसके बाद इसमें 17 वर्ष आयु वर्ग एवम 21 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ी 18 खेलो में प्रतिभाग करेगे। इसका दूसरा संस्करण हाल ही में पुणे महाराष्ट्र में 9 से 20 जनवरी को सम्पन्न हुआ।
खेलो इंडिया योजना के द्वारा युवाओं में खेल के प्रति नया जोश देखने को मिल रहा है। अब हमारा देश हर खेल में आगे रहेगा । इस योजना से देश में छुपी प्रतिभाओं का निखार होगा और देश अन्य क्षेत्रों की तरह खेल के क्षेत्र में भी बहुत आगे आयेगा।
अंत में आइए हम सब एक संकल्प ले कि अगर कहीं कोई खेल रहा हो तो 1 मिनट रुककर उसे प्रोत्साहित करे शायद उसके लिए आपका 1 मिनट देश को एक मेडल दिला दे और आप स्वयं भी कुछ देर खेल खेले और दूसरे को भी प्रोत्साहित करे। क्यूंकि
खेलेगा युवा तो बढ़ेगा युवा
और खेलेगा देश तो बढ़ेगा देश।
जय हिन्द
जैसे की हम सभी जानते है हमारा देश कुछ खेलो में अन्य देशों की तुलना में बहुत पीछे है। अगर ग्रामीणों की बात करे तो बहुत ही कम खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच पाते है जितने भी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे उन्होंने इतिहास रच दिया चाहे वह पीटी ऊषा हो या मेरीकॉम।
कुछ यही हाल शहरी क्षेत्र के खिलाड़ियों का है यहां से भी कम खिलाड़ी उभर कर आ रहे हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण है उनको मिलने वाली सुविधाओं का अभाव(चाहे खेल मैदान हो या अच्छे ट्रेनिग कोच) एक और प्रमुख कारण परिवार की आर्थिक स्थिति भी है। इन सब कारणों से देश में खेल को लेकर खिलाड़ियों कि स्थिति खराब होती जा रही थी।
ओलंपिक 2024 को ध्यान में रखते हुए युवा कल्याण और खेल मंत्रालय द्वारा 2017 में खेलो इंडिया नामक कार्यक्रम लाया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य गाव से लेकर शहर तक और गली से लेकर सड़क तक के प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन कर उन्हें राष्ट्र के हेतु खेलने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के द्वारा भारत सरकार अगले 5 वर्ष तक प्रतिवर्ष 1000 खिलाड़ियों का चयन करेगी और उन्हें उनकी जरूरतों को पूरा करने हेतु लगभग 5 लाख/वर्ष अगले 8वर्ष तक आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करेगी ।
खेलो इंडिया का पहला चरण 31 जनवरी 2018 को दिल्ली में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा खेलो इंडिया स्कूल गेम्स जिसमें 17 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने 16 प्रकार के खेलो में प्रतिभाग किया।
सितम्बर 2018 में भारतीय ओलंपिक संघ इस योजना में शामिल हुआ जिसके बाद इसका नाम संशोधित कर खेलो इंडिया यूथ गेम्स किया गया और 21 वर्ष आयु वर्ग और 2 अन्य खेल को भी शामिल किया गया जिसके बाद इसमें 17 वर्ष आयु वर्ग एवम 21 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ी 18 खेलो में प्रतिभाग करेगे। इसका दूसरा संस्करण हाल ही में पुणे महाराष्ट्र में 9 से 20 जनवरी को सम्पन्न हुआ।
खेलो इंडिया योजना के द्वारा युवाओं में खेल के प्रति नया जोश देखने को मिल रहा है। अब हमारा देश हर खेल में आगे रहेगा । इस योजना से देश में छुपी प्रतिभाओं का निखार होगा और देश अन्य क्षेत्रों की तरह खेल के क्षेत्र में भी बहुत आगे आयेगा।
अंत में आइए हम सब एक संकल्प ले कि अगर कहीं कोई खेल रहा हो तो 1 मिनट रुककर उसे प्रोत्साहित करे शायद उसके लिए आपका 1 मिनट देश को एक मेडल दिला दे और आप स्वयं भी कुछ देर खेल खेले और दूसरे को भी प्रोत्साहित करे। क्यूंकि
खेलेगा युवा तो बढ़ेगा युवा
और खेलेगा देश तो बढ़ेगा देश।
जय हिन्द
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