कालेज के तीन साल भाग 4

नमस्कार मित्रो ! हम पढ़ रहे है देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के छात्र गौरव कलौनी की लिखी कहानी जिसका नाम है , कालेज के तीन साल | यह कहानी वास्तिविक है उन्होंने अपने ग्रेजुएशन के तीन वर्षो का अनुभव शेयर किया है | अब तक हमने पढ़ा कैसे गौरव ने अपने कालेज का सफ़र शुरू किया जिसमे कुछ परेशानी तो हुई लेकिन बहुत कुछ सिखने को मिला | उसकी मुलाकात कुछ दोस्तों से हुइ जिन्होंने उसे कभी अकेला न होने दिया| वह एक सफल शुरुआत की ओर अग्रसर था | मुलाकातो के उस दौर में कुछ और दोस्तों का मिलना हुआ | साथ ही कुछ लोगो से अनबन भी हुई लेकिन एक ऐसा पल भी उनकी जिन्दगी में आया जिसने उन्हें दीवाना बना दिया | और उनकी दोस्ती की लिस्ट में कुछ अन्य नाम जुड़े जो थे तो अनजाने होने के बाद भी पारिवारिक लेकिन लग रहे थे | उन्होंने अपने प्रिय खेल को भुनाते हुए नये खेल को अपने जीवन में उतारने लगे जो उन्हें बहुत कुछ सिखाने वाला था | अब आगे..... पहला भाग पढने के लिए यहा क्लिक करे:- भाग 1 दूसरा भाग पढने के लिए य...