“ श्री निर्विकार पथ की चेतावनी -- उठ जाग युवा जाग ''
“निर्विकार पथ की चेतावनी --- उठ जाग युवा जाग “ आधुनिकता का क्या अर्थ हैं ? शराब का सेवन करना , अपने बुड़े मां – बाप को बोझ समझना या इतना पढ़ा लिखा होने के बाद भी समाज में एड्स पीड़ितों के साथ अमानविय व्यवहार करना । यदि इसी को आधुनिकता कहते है । जहां चार लोगों के बिच में अपने आपको मॉर्डन दिखाने के चक्कर में एक युवक शराबी बन जाता है । चार दिन की जिन्दगी के मज्जे लेने के लिए बच्चे अपने बुड़े माता – पिता को वृद्द आश्रम छोड़े देते है । यदि इसी को आधुनिकता कहते है तो ऐसी आधुनिकता का क्या मतलब जो युवकों को प्रगति की राह में ना ले जाकर विनाश के चक्रव्यु मे फसाता जा रहा हैं ।आज हम अपने इस लेख के माध्यम सें सभी माता –पिता वा युवा वर्ग को ये संदेश देना चाहते हैं। कि आधुनिकता के वास्तविक अर्थ को समझो उसके सकारात्मक पहलुओं को अपनाओं और निर्विकार बनों । फिर देखना वास्तिवक आनंदमयी जीवन का क्या अनुभव होता है जो किसी डिसक या पब में जाकर कभी नही मिल सकता । आज हमारा जितना भी युवा वर्ग है उसके अन्दर हमेशा ये सवाल रहता कि लहसुन –प्याज का त्याग करना , शराब – मांस का त्याग करना ,जीवन को नियम के साथ जिना ...